भारत का संविधान – एक परिचय || Introduction to Indian Constitution

भारत का संविधान – एक परिचय (Introduction to Indian Constitution)

भारतीय संविधान को समझने के लिए सबसे पहले हमें समझना होगा कि आखिर संविधान क्या होता है, संविधान की आवश्यकता क्यों होती है और भारतीय संविधान का विकास कैसे हुआ।

किसी भी देश के शासन प्रणाली को सही ढंग से चलाने के लिए कुछ नियम-कानून आवश्यक होते हैं चाहे वह लिखित रूप में मौजूद हों या फिर अलिखित।

भारतीय संविधान (Indian Polity) श्रृंखला में हम भारत के संविधान का इतिहास और कैसे इसका विकास हुआ से शुरुआत करेंगे। आज के पोस्ट में संविधान की परिभाषा, संविधान के प्रकार और भारत के संविधान की संक्षिप्त जानकारी को जानेंगे।

संविधान की परिभाषा (Definition of Constitution)

हर एक देश में अलग-अलग समूहों से संबंधित लोग‌ और भिन्न-भिन्न प्रकार के विचारों से संबंध रखने वाले लोग निवास करते हैं। चाहे एक छोटा सा राजनीतिक दल हो या फिर एक पूरा देश इन्हें सही ढंग से चलने के लिए हमें एक नियम कानून की आवश्यकता होती है।

प्रसिद्ध हस्तियों द्वारा संविधान की परिभाषाएं कुछ इस प्रकार हैं-

“संविधान सिद्धांतों का वह संग्रह है जिसके अनुसार सरकार की शक्तियाँ, शासितों के अधिकार और दोनों के बीच संबंधों को समायोजित किया जाता है।” – वूलसी (Woolsey)

“राज्य का संविधान नियमों या कानूनों का वह समूह है, जो लिखित या अलिखित हो सकता है और जो सरकार के संगठन, सरकार के विभिन्न अंगों को शक्तियों का वितरण और उन सामान्य सिद्धांतों को निर्धारित करता है जिनके आधार पर इन शक्तियों का प्रयोग किया जाना है।” –गिल्क्रिस्ट (Gilchrist)

“संविधान न्यायिक नियमों का एक समूह है जो राज्य के सर्वोच्च अंगों को निर्धारित करता है, उनके निर्माण के तरीके, उनके आपसी संबंध, उनके कार्य क्षेत्र और राज्य के संबंध में उनमें से प्रत्येक का मौलिक स्थान निर्धारित करता है।” – जेलिनेक (Jellinek)

संविधान किसी देश की राजनीतिक व्यवस्था का बुनियादी ढांचा निर्धारित करता है और संविधान ही एक देश में विधि का शासन लागू करता है ।

संविधान राज्य की विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका आदि अंगों की स्थापना करता है और उनकी शक्तियों का निर्धारण करता है।

संविधान किसी देश का सर्वोच्च कानून होता है और संविधान सरकार की शक्तियों को सीमित कर उन शक्तियों के दुरूपयोग होने से बचाता है।

संविधान के प्रकार (Types of Constitution)

संविधान कई प्रकार के होते हैं। यहाँ पर हम लिखित संविधान, अलिखित संविधान, लचीला संविधान और कठोर संविधान की बात करेंगे-

  1. लिखित संविधान (Written Constitution)लिखित संविधान का अर्थ है किसी पुस्तक या दस्तावेज के रूप में संविधान का मौजूद होना। लिखित संविधान को संविधान सभा के लोगों द्वारा तैयार किया जाता है। भारत, जर्मनी, जापान, कनाडा, अमेरिका आदि देशों के पास लिखित संविधान है।
  2. अलिखित संविधान (Unwritten Constitution)अलिखित संविधान का कोई भौतिक रूप नहीं होता है अर्थात लिखित रूप में यह मौजूद नहीं होता है। यूनाइटेड किंगडम (UK) का संविधान अलिखित संविधान का एक उदाहरण है।
  3. लचीला संविधान (Flexible Constitution)लचीले संविधान में संसोधन की प्रक्रिया सरल होती है। ब्रिटिश संविधान लचीले संविधान का एक प्रकार है।
  4. कठोर संविधान (Rigid Constitution)कठोर संविधान में आसानी से बदलाव नहीं किया जा सकता है। कठोर संविधान में बदलाव के लिए विधानमंडल द्वारा संशोधन विधेयक प्रस्तुत करना होता है। अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई संविधान कठोर संविधान के प्रकार हैं।

भारतीय संविधान के बारे में (About Indian Constitution)

भारत के संविधान (bharat ka samvidhan) को बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन किया गया था और इस संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान का अंगीकरण किया गया था और 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान पूर्ण रूप से लागू हो गया था।

भारतीय संविधान एक लिखित दस्तावेज है। यह विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।

भारतीय संविधान लागू होने के समय इसमें 22 भाग, 395 अनुच्छेद और आठ अनुसूचियां थी।  तब से लेकर आज तक भारतीय संविधान में बहुत सारे संशोधन हो चुके हैं।

विभिन्न संसोधनों के बाद 395 अनुच्छेदों में बहुत से अनुच्छेदों को निकाल दिया गया है और कुछ अनुच्छेदों के साथ के ख ग आदि करके नए अनुच्छेद जोड़ दिए गए हैं। संविधान को समझने की सुविधा की दृष्टि से मूल अनुच्छेदों और भागों की संख्याओं में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है।

भारत के संविधान की मूल प्रति हस्तलिखित है। भारतीय संविधान की मूल प्रति को प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा द्वारा हस्तलिखित किया गया गया था। जबकि संविधान की मूल प्रति को ब्योहर राममनोहर सिन्हा और नन्दलाल बोस द्वारा सजाया गया था।

भारतीय संविधान थोड़ा कठोर और थोड़ा लचीले प्रकार का संविधान है।


आज के ब्लॉग में इतना ही, अगले पोस्ट में हम भारतीय संविधान के विकास की गहराई से समीक्षा करेंगे।

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Frequently Asked Questions (FAQ) on Indian Constitution

👉 भारतीय संविधान को कब लागू किया गया था?

भारतीय संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।

👉 विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान कौन सा है?

भारतीय संविधान (Constitution of India) दुनिया का सबसे लम्बा लिखित संविधान है।

👉 Who was the chairman of the flag committee?

Dr. Rajendra Prasad

👉 Who was the chairman of the constituent assembly in India?

Dr. Rajendra Prasad was the first elected president of India’s Constituent Assembly. However, Dr. Sachchidananda Sinha served as the first acting chairman and interim president of the constituent assembly.

👉 Who was the chairman of the Drafting Committee of the Constituent Assembly?

Dr. B.R. Ambedkar


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