Class 6 Geography Chapter 1 Notes for UPSC सौरमंडल में पृथ्वी (The Earth in The Solar System)

Introduction to Class 6 Geography Chapter 1 Notes for UPSC

इस ब्लॉग में हम NCERT द्वारा अपने पाठ्यक्रम में शामिल कक्षा 6 की भूगोल की किताब पृथ्वी: हमारा आवास (The Earth Our Habitat) के प्रथम अध्याय सौरमंडल में पृथ्वी (The Earth in the solar system) के बारे में पढेंगे|

Table of Contents

साथ ही प्रथम अध्याय की हाइलाइटेड PDF फाइल भी आपको दिए गए लिंक से उपलब्ध करायी जाएगी (class 6 geography book pdf)| आशा करते हैं ये नोट्स आपको पसंद आयेंगे| अपने सुझाव कमेंट्स के माध्यम से शेयर जरुर करें|

सौरमंडल में पृथ्वी (The Earth in the solar system)

मौसम साफ़ होने पर हर शाम सूर्यास्त होने के बाद हमें आसमान में तारे दिखाई देते हैं, और साथ ही हमें तारों के साथ चन्द्रमा भी देखने को मिलता है|

चन्द्रमा को हर दिन गौर करें तो हम पाते हैं कि चन्द्रमा हर दिन अपना आकार (Shape) बदलता है|

पूर्णिमा (Poornima or Full moon)

पूरा चन्द्रमा एक महीने में एक बार दिखाई देता है, और जिस रात हमें चन्द्रमा पूरे रूप में दिखाई पड़ता है उस रात को पूर्णिमा होती है|

अमावस्या (New moon night or Amavasya)

पूर्णिमा के पंद्रह दिन बाद हमें चाँद बिल्कुल नहीं दिखाई देता है| उस रात्रि को अमावस्या होती है|

अमावस्या की रात के बाद की रातों में चन्द्रमा धीरे-धीरे बढ़ता हुआ नज़र आता है| और पूर्णिमा की रात में चन्द्रमा अपने पूरे आकार में दिखाई देता है|

हमें दिन में तारे नहीं दिखाई देते और चन्द्रमा को गौर करेंगे तो बहुत ही फीका दिखाई देता है| ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि सूरज की रोशनी चन्द्रमा और तारों की रोशनी से अधिक होती है|

खगोलीय पिंड (Celestial bodies)

सूरज, चन्द्रमा और तारे जो आसमान में मौजूद हैं उन्हें खगोलीय पिंड (Celestial bodies) कहते हैं|

आइये खगोलीय पिंडों को एक-एक कर देखते हैं-

तारा (Star)

कुछ खगोलीय पिंड आकार में बहुत बड़े और गरम होते हैं|

खगोलीय पिंड गैसों से बने होते हैं|

खगोलीय पिंडो के पास अपनी ऊष्मा (Heat) और प्रकाश (Light) होता है|

खगोलीय पिंड अपने अन्दर मौजूद ऊष्मा (Heat) और प्रकाश (Light) को उत्सर्जित (Release) करते हैं|

इन्हीं खगोलीय पिंडों को तारा (Star) कहते हैं|

सूरज भी एक तारा ही है|

हमें रात को जितने भी तारे दिखाई देते हैं वे सब भी सूर्य के प्रकार के ही हैं| बस वे हमारी धरती से बहुत दूर होने के कारण हम उनकी ऊष्मा और प्रकाश को महसूस नहीं कर पाते हैं और दूर होने के कारण ही तारे हमें छोटे दिखाई पड़ते हैं|  जबकि सूर्य हमारी धरती के करीब होने के कारण हमें धूप और गर्मी का एहसास होता है|

नक्षत्रमंडल (Constellation)

तारों के समूहों को नक्षत्रमंडल (Constellation) कहते हैं|

अर्सा मेजर या बिग बीयर (Ursa Major or Big Bear) एक नक्षत्रमंडल है|

स्मॉल बीयर और सप्तऋषि (सप्त-सात, ऋषि-संत) (Saptarishi) नक्षत्रमंडल बहुत ही आसानी से हमें पहचान में आ जाते हैं|

सप्तऋषि नक्षत्रमंडल सात तारों का समूह है जो कि एक बड़े नक्षत्रमंडल अर्सा मेजर (Ursa Major) का ही भाग है|

ध्रुव तारा (Pole Star)

जिस प्रकार हमें दिशा सूचक यन्त्र (Compass) की सहायता से दिशाओं के बारे में पता चलता है उसी प्रकार ध्रुव तारा की मदद से हमें उत्तर दिशा मालूम होती है| ध्रुव तारा आसमान में उत्तर की दिशा में मौजूद होता है और यह हमेशा एक ही जगह पर रहता है|

सप्तऋषि नक्षत्रमंडल की सहायता से हम ध्रुव तारे को पहचान सकते हैं| नीचे चित्र में दिखाया गया है की कैसे सप्तऋषि नक्षत्रमंडल के संकेतक तारों की सहायता से ध्रुव तारे को आसानी से पहचाना जा सकता है|

Saptarishi and thePole Star
Saptarishi and the Pole Star

ग्रह (Planet)

कुछ खगोलीय पिंडों के पास अपना प्रकाश (Light) और ऊष्मा (Heat) नहीं होती है| वे तारों के प्रकाश के चमकते हैं| इस प्रकार के खगोलीय पिंडों को ग्रह (Planet) कहते हैं|

ग्रह के लिए अंग्रेजी भाषा में प्लेनेट (Planet) शब्द का प्रयोग किया जाता है| प्लेनेट (Planet) शब्द ग्रीक भाषा के प्लेनेटाइ (Planetai) शब्द से बना है, जिसका अर्थ होता है परिभ्रमक| परिभ्रमक शब्द का अर्थ है – चारों ओर घूमने वाला|

हम पृथ्वी में रहते हैं और यह एक ग्रह है|

पृथ्वी के पास अपनी ऊष्मा और प्रकाश नहीं है, और पृथ्वी प्रकाश और ऊष्मा सूर्य से ग्रहण करती है|

चन्द्रमा एक उपग्रह है| चन्द्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है|

हमारी पृथ्वी के जैसे सात ग्रह भी मौजूद हैं जो सूर्य से प्रकाश (Light) और ऊष्मा (Heat) ग्रहण करते हैं| इन ग्रहों के पास भी अपने उपग्रह हैं|

सौरमंडल (The Solar System)

सूर्य, आठ ग्रह, उपग्रह और दूसरे खगोलीय पिंड जैसे क्षुद्र ग्रह और उल्कपिंड मिलकर सौरमंडल (Solar System) बनाते हैं|

The Solar System
The Solar System (सौरमंडल)

सूर्य (The Sun)

हमारे सौरमंडल का केंद्र सूर्य (Sun) है (ऊपर सौरमंडल का चित्र देखें)|

सूर्य आकार में बहुत ही बड़ा है|

सूर्य गर्म गैसों से बना हुआ है|

सूर्य का खिंचाव बल (Gravitational Force) पूरे सौरमंडल को एक साथ बांधे रखता है|

हमारे सौरमंडल के लिए प्रकाश और ऊष्मा (Light and Heat) का एकमात्र स्त्रोत सूर्य है|

सूर्य हमारी पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है (Distance between Sun and Earth)|

ग्रह (Planet)

हमारे सौरमंडल (Solar System) में आठ ग्रह हैं|

सूर्य से दूरी के अनुसार आठों ग्रहों का क्रम इस प्रकार है –

क्रम सं० हिंदी नाम अंग्रेजी नाम
1 बुध Mercury
2 शुक्र Venus
3 पृथ्वी Earth
4 मंगल Mars
5 बृहस्पति Jupiter
6 शनि Saturn
7 यूरेनस Uranus
8 नेप्च्यून Neptune

सूर्य से दूरी के अनुसार ग्रहों के अंग्रेजी नाम याद रखने की ट्रिक (Trick to remember planets name)- My Very Efficient Mom Just Served Us Nuts

S.No. Trick Planet Name
1 My Mercury
2 Very Venus
3 Efficient Earth
4 Mom Mars
5 Just Jupiter
6 Served Saturn
7 Us Uranus
8 Nuts Neptune

कक्षा (Orbit)सौरमंडल में मौजूद सभी आठ ग्रह एक निश्चित पथ या रास्ते पर सूर्य के चक्कर लगाते हैं|

ये पथ दीर्घवृत्ताकार (Elliptical) हैं| और इन्हें ही कक्षा कहते हैं जैसे पृथ्वी की कक्षा (Orbit of Earth)|

बुध ग्रह सूर्य के सबसे नजदीक वाला ग्रह है (Closest planet to Sun)|

पृथ्वी के जैसे आकार और आकृति होने के करना शुक्र ग्रह (Venus) को पृथ्वी का जुड़वां ग्रह (Twin Planet of Earth) या पृथ्वी की बहन ग्रह (Earth Sister Planet) कहा जाता है|

कुछ समय पहले तक प्लूटो को भी एक ग्रह माना जाता था लेकिन बाद में वैज्ञानिकों द्वारा प्लूटो को ‘बौना ग्रह’ (Dwarf Planet) घोषित कर दिया गया|

पृथ्वी के बारे में (The Earth)

पृथ्वी सूर्य से दूरी के आधार पर तीसरा ग्रह है|

आकार (size) की दृष्टि से पृथ्वी पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है|

पृथ्वी पूरी गोल न होकर, ध्रुवों से थोड़ी चपटी है|

भू-आभ (Geoid)- ध्रुवों से चपटी होने के कारण पृथ्वी के आकार को भू-आभ (Geoid) कहा जाता है| भू-आभ का अर्थ होता है- पृथ्वी के समान आकार का|

जीवन जीने की पर्याप्त परिस्तिथियाँ पृथ्वी ग्रह पर ही पायी जाती हैं| क्यूंकि पृथ्वी न तो ज्यादा गरम है और न ही बहुत ठंडी| यहाँ पानी और जीवन जीने के लिए गैसें जैसे ऑक्सीजन भी मौजूद है|

नीला ग्रह (Blue Planet) हमारी पृथ्वी दो-तिहाई पानी से ढकी है जिसके कारण अंतरिक्ष से देखने पर हमारी पृथ्वी नीले रंग की दिखाई देती है|  इसी वजह से पृथ्वी को नीला ग्रह (Blue Planet) कहा जाता है|

नेप्च्यून (Neptune) भी एक नीला ग्रह है| नेप्च्यून का वायुमंडल हाइड्रोजन, मीथेन और हीलियम गैस से बना हुआ है| मीथेन गैस के कारण नेप्च्यून ग्रह भी नीले रंग का दिखाई देता है|

नोट- मंगल (Mars) ग्रह को लाल ग्रह (Red Planet) कहा जाता है| मंगल ग्रह की मिट्टी में लौह तत्त्व के होने के कारण इसकी सतह लाल रंग की है|

चन्द्रमा के बारे में (The Moon)

चन्द्रमा हमारी पृथ्वी का एक उपग्रह (Satellite) है|

चन्द्रमा का व्यास (Diameter) पृथ्वी के व्यास का एक-चौथाई (One-Quarter) है|

चन्द्रमा हमारी पृथ्वी के नज़दीक होने के कारण हमें बड़ा दिखाई देता है|

चन्द्रमा, पृथ्वी से लगभग 3,84,400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है (What is the distance of the Earth from the Moon?)|

चन्द्रमा को पृथ्वी का पूरा एक चक्कर लगाने में 27 दिन का समय लगता है| और लगभग इतने ही दिनों में चंद्रमा अपने अक्ष (Axis) पर एक चक्कर लगाता है|

चन्द्रमा में जीवन जीने की अनुकूल परिस्थितियां नहीं हैं, क्यूंकि चाँद पर न तो पानी है और न ही वायु है|

चन्द्रमा की सतह पर बड़े-बड़े पर्वत, गहरे गड्ढे और मैदान हैं जिनकी वजह से चन्द्रमा पर छाया बनती है, जो हमें चाँद पर धब्बे जैसे लगते हैं|

उपग्रह और मानव-निर्मित उपग्रह (Satellite and Man-made Satellite)

उपग्रह एक प्रकार के खगोलीय पिंड (Celestial body) हैं|

जिस प्रकार ग्रह सूर्य के चक्कर लगाते हैं, उसी प्रकार उपग्रह एक ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाते हैं|

उदाहरण के लिए चन्द्रमा पृथ्वी ग्रह का उपग्रह है| पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है और चन्द्रमा पृथ्वी के चारों ओर लगाता है|

मानव-निर्मित उपग्रह (Man-Made Satellite) कृत्रिम पिंड होते हैं| मानव द्वारा उपग्रहों को ब्रह्माण्ड में होने वाली गतिविधियों की जानकारी इकठ्ठा करने और पृथ्वी पर संचार माध्यम के लिए बनाया जाता है|

मानव-निर्मित उपग्रहों को एक रॉकेट के माध्यम से अंतरिक्ष में भेजकर पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया जाता है|

अंतरिक्ष में मौजूद कुछ भारतीय उपग्रहों (Indian Satellites) के नाम हैं – इनसेट, आई.आर.एस., एडूसैट|

क्षुद्र ग्रह के बारे में (Asteroids)

जिस प्रकार तारे, ग्रह और उपग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं वैसे ही अंतरिक्ष में मौजूद और भी बहुत सारे छोटे-छोटे पिंड सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं| इन छोटे पिंडों को क्षुद्र ग्रह (Asteroids) कहते हैं|

क्षुद्र ग्रह मंगल और बृहस्पति ग्रह की कक्षाओं के बीच में पाए जाते हैं|

वैज्ञानिकों का मानना है कि क्षुद्र ग्रह, ग्रहों के ही हिस्से होते हैं जो बहुत समय पहले ग्रहों से टूटकर अलग हो गए थे|

उल्कापिंड के बारे में (Meteoroids)

पत्थर और चट्टानों के छोटे-छोटे टुकड़े जो सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं वे उल्कापिंड (Meteoroids) कहलाते हैं|

उल्कापिंड कभी-कभी पृथ्वी के काफी करीब आ जाते हैं, और कभी ये पृथ्वी द्वारा लगाये जाने वाले गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पृथ्वी पर गिरते हैं|

पृथ्वी पर गिरते समय अक्सर उल्कापिंड वायुमंडल में मौजूद हवा से घर्षण के कारण गरम होकर आग का गोला बन जाते हैं और ये घिसकर नष्ट हो जाते हैं|

कुछ बड़े उल्कापिंड पूरी तरह से नष्ट नहीं हो पाते हैं और ये जमीन पर गिरकर बड़े गड्ढे बना देते हैं|

आकाशगंगा (Milky Way Galaxy)

आकाशगंगा या मिल्की वे गैलेक्सी (Milky Way Galaxy) तारों का एक विशाल समूह है| यह समूह साफ़ आसमान वाली रात्रि एक चमकती हुई चौड़ी सफ़ेद पट्टी सा दिखाई देता है|

प्राचीन भारत में इसे आसमान में एक बहती हुई नदी से तुलना की गयी थी जिस कारण इसका नाम आकाशगंगा (Akash Ganga) पड़ा था|

हमारा सौरमंडल आकाशगंगा (Milky Way Galaxy) का एक भाग है|

ब्रह्माण्ड (Universe)

एक आकाशगंगा (Galaxy) करोड़ों तारों, बादलों और गैसों का समूह है|

लाखों आकाशगंगाएँ मिलकर ब्रह्माण्ड (Universe) का निर्माण करती हैं|

नोट- हमारी गैलेक्सी का नाम Milky Way गैलेक्सी है|

हम, पृथ्वी, सौरमंडल, आकाशगंगा और ब्रह्माण्ड का सम्बन्ध कुछ इस प्रकार है:

Human and Universe Relation
Human and Universe Relation

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

बृहस्पति, शनि और यूरेनस ग्रहों के चारों ओर छल्ले (Rings) हैं| ये छल्ले छोटे-छोटे पिंडों से बनी हुई पट्टियाँ हैं| पृथ्वी से इन पट्टियों को शक्तिशाली दूरबीन की सहायता से देखा जाता है|

पौराणिक रोमन कहानियों में ‘सोलसूर्य देवता को कहा जाता है|

‘सौर’ शब्द का अर्थ है – सूर्य से सम्बंधित|

सूर्य के परिवार को ‘सौरमंडल’ (Solar System) कहा जाता है जिसमे ग्रह, उपग्रह, तारे और अन्य पिंड शामिल हैं|

ज्योग्राफी शब्द की उत्पत्ति (origin of geography word)ज्योग्राफी अंग्रेजी भाषा का शब्द है| ज्योग्राफी (Geography) ग्रीक भाषा के दो शब्दों से बना है| geography में ज्यो ‘geo’ शब्द का अर्थ होता है- पृथ्वी और ग्राफिया (graphia) शब्द का अर्थ होता है- लिखना| अतः ज्योग्राफी (geography) का शाब्दिक अर्थ हुआ – “पृथ्वी के बारे में लेखन” या “पृथ्वी का वर्णन”|

पृथ्वी के सम्बन्ध में कुछ अन्य शब्दों का अर्थ निम्न चित्र में दर्शाया गया है-

origin of some geography words with their meaning

खगोलशास्त्री (Astronomer) – खगोलीय पिंडों (Celestial bodies) और उनकी गति के सम्बन्ध में अध्ययन करने वालों को खगोलशास्त्री (Astronomer) कहते हैं| आर्यभट्ट प्राचीन भारत के प्रमुख खगोलशास्त्री थे|

प्रकाश की गति (Speed of Light) – प्रकाश की गति लगभग 3,00,000 किमी./प्रति सेकेण्ड है| सूर्य के प्रकास को पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 8 मिनट का समय लगता है|

चाँद की सतह पर सबसे पहले कदम नील आर्मस्ट्रांग द्वारा 21 जुलाई 1969 को रखा गया था|

कक्षा 6 भूगोल अध्याय 1 पीडीएफ (class 6th geography chapter 1 pdf)

कक्षा 6 भूगोल के अध्याय 1 की हाइलाइटेड PDF फाइल को डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें|

कक्षा 6 भूगोल अध्याय 1 प्रश्न और उत्तर Class 6 Geography Chapter 1 Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए।

प्रश्न 1- ग्रह और तारे में क्या अंतर है?

उत्तर- ग्रह और तारे में निम्नलिखित अंतर हैं-

ग्रह तारे
ग्रह के पास अपनी ऊष्मा और प्रकाश नहीं होता है| तारे के पास अपनी ऊष्मा और प्रकाश होता है|
ग्रह तारों की अपेक्षा आकार में छोटे होते हैं| तारे ग्रहों से आकार में बड़े होते हैं|
पृथ्वी, मंगल, बुध, शुक्र, शनि आदि ग्रहों के उदाहरण हैं| सूर्य एक तारा है जो सभी ग्रहों को प्रकाश और ऊष्मा प्रदान करता है|
प्रश्न 2- सौरमंडल से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- सूर्य और उसके गुरुत्वाकर्षण बल के कारण आठों ग्रह, उपग्रह, बौने ग्रह, क्षुद्र ग्रह आदि आपस में जुड़े रहते हैं| इसी समूह को हम सौर परिवार या सौरमंडल (Solar system) कहते हैं| सौरमंडल में सूर्य सबसे मध्य में स्थित होता है और सभी ग्रह अपनी कक्षा में सूर्य का चक्कर लगाते हैं|

प्रश्न 3- सूर्य से उनकी दूरी के अनुसार सभी ग्रहों के नाम लिखें।

उत्तर- हमारे सौर मंडल में कुल 8 ग्रह (8 Planets) हैं| सूर्य से आठों ग्रहों की दूरी के अनुसार ग्रहों के नाम निम्नलिखित हैं-

क्रम सं० ग्रह का नाम
1 बुध
2 शुक्र
3 पृथ्वी
4 मंगल
5 बृहस्पति
6 शनि
7 यूरेनस
8 नेप्च्यून
प्रश्न 4- पृथ्वी को अद्भुत ग्रह क्यों कहा जाता है?

उत्तर- पृथ्वी में जीवन जीने की अनुकूल परिस्थियाँ होने के कारण इसे अद्भुत ग्रह कहा जाता है| सौरमंडल में एकमात्र पृथ्वी में जीवन जीने के लिए आवश्यक गैसें और पानी उपलब्ध है| साथ ही सूर्य की तेज़ किरणों से बचने के लिए हमारे वायुमंडल में ओज़ोन परत भी है|

प्रश्न 5- हम हमेशा चंद्रमा के एक ही भाग को क्यों देख पाते हैं?

उत्तर- चन्द्रमा, पृथ्वी का एक उपग्रह है| चन्द्रमा को पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करने में लगभग 27 दिन का समय लगता है| साथ ही अपनी धुरी (axis) पर पूरा चक्कर लगाने में भी चन्द्रमा को इतना ही समय लगता है| इस कारण हम चन्द्रमा का एक ही भाग देख पाते हैं|

प्रश्न 6- ब्रह्मांड क्या है?

उत्तर- तारों, बादलों और गैसों का एक समूह आकाशगंगा कहलाता है| लाखों आकाशगंगाएँ मिलकर ब्रह्माण्ड (Universe) का निर्माण करती हैं|

2. सही उत्तर चिन्हित (✔) कीजिए|

प्रश्न 1- किस ग्रह को पृथ्वी के जुड़वाँ ग्रह के नाम से जाना जाता है?
(a) बृहस्पति
(b) शनि
(c) शुक्र
उत्तर- (c) शुक्र (Venus)

प्रश्न 2- सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह कौन-सा है?
(a) शुक्र
(b) पृथ्वी
(c) बुध
उत्तर- (b) पृथ्वी

प्रश्न 3- सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर किस प्रकार के पथ पर चक्कर लगाते हैं-
(a) वृत्तीय पथ पर
(b) आयताकार पथ पर
(c) दीर्घवृत्ताकार
उत्तर- (c) दीर्घवृत्ताकार (Elliptical)

प्रश्न 4- ध्रुवतारे से किस दिशा का ज्ञान होता है-
(a) दक्षिण
(b) उत्तर
(c) पूर्व
उत्तर- (b) उत्तर दिशा

प्रश्न 5- क्षुद्र ग्रह किन कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं-
(a) शनि एवं बृहस्पति
(b) मंगल एवं बृहस्पति
(c) पृथ्वी एवं मंगल
उत्तर – (b) मंगल एवं बृहस्पति (Mars and Jupiter)

3. खाली स्थान भरें।

प्रश्न 1- ____________ का एक समूह जो विभिन्न प्रतिरूपों का निर्माण करता है, उसे _______________ कहते हैं।
उत्तर- तारों का एक समूह जो विभिन्न प्रतिरूपों का निर्माण करता है, उसे नक्षत्रमंडल कहते हैं।

प्रश्न 2- तारों की एक बहुत बड़ी प्रणाली को ____________ कहा जाता है।
उत्तर – तारों की एक बहुत बड़ी प्रणाली को आकाशगंगा कहा जाता है।

प्रश्न 3- _____________ पृथ्वी के सबसे करीब है।
उत्तर – चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे करीब है।

प्रश्न 4- _____________ सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह है।
उत्तर- पृथ्वी सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह है।

प्रश्न 5- ग्रहों के पास अपनी ______________ तथा ____________ नहीं होती है।
उत्तर- ग्रहों के पास अपनी ऊष्मा तथा प्रकाश नहीं होती है।

सौरमंडल पर आधारित  विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्न (Questions related to solar system)

प्रश्न 1- सूर्य की चमकीली बाह्य परत को जाना जाता है- (U.K.P.S.C. P.C.S. (Pre) 2024)
(a) फोटोस्फीयर
(b) आयनोस्फीयर
(c) मैसोस्फीयर
(d) सूर्य धब्बे
उत्तर- (a) फोटोस्फीयर (Photosphere)
नोट- सूर्य की चमकीली सतह को प्रकाश मंडल (Photosphere) कहा जाता है| साथ ही गर्म गैसों से बनी सूर्य के वायुमंडल की बाहरी परत को कोरोना (corona) कहा जाता है| कोरोना को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान देखा जा सकता है|

प्रश्न 2- हमारे अंतरिक्ष में कितने तारामंडल (Constellations) हैं? (44वां B.P.S.C. (प्री) 2000)
(a) 87
(b) 88
(c) 89
(d) 90
उत्तर- 88
नोट- इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) के अनुसार आकाश में कुल 88 तारामंडल (Constellations) हैं|

प्रश्न 3- एक निश्चित आकृति में व्यवस्थित तारों का समूह क्या कहलाता है? (U.P.P.C.S. (प्री) 2013)
(a) आकाश गंगा
(b) नक्षत्र
(c) एंन्ड्रोमीडा
(d) सौरमंडल
उत्तर- (b) नक्षत्र
नोट- आकाश में एक निश्चित आकृति में दिखने वाले व्यवस्थित तारों का समूह नक्षत्र या तारामंडल  (Constellation) कहलाते हैं|

प्रश्न 4- ‘प्रकाश वर्ष’ इकाई है- (M.P.P.C.S. (प्री) 1994)
(a) समय की
(b) दूरी की
(c) चमकीलापन की
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर- (b) दूरी की
नोट- निर्वात (vacuum) में प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय की जाने वाली दूरी  को प्रकाश वर्ष (Light Year) कहा जाता है| प्रकाश वर्ष दूरी की एक मात्रक होती है|

प्रश्न 5- जिस तारामंडल के तारे ध्रुव तारे की ओर संकेत करते हैं, वह हैं- (41वां B.P.S.C. (प्री) 1996)
(a) सप्तऋषि
(b) मृग
(c) वृश्चिक
(d) वृष
उत्तर- (a) सप्तऋषि

प्रश्न 6- सूर्य से दूरी के क्रम में, निम्नलिखित में से कौन-से दो ग्रह, मंगल और यूरेनस के बीच हैं? (I.A.S. (प्री) 2008)
(a) पृथ्वी और बृहस्पति
(b) बृहस्पति और शनि
(c) शनि और पृथ्वी
(d) शनि और वरुण (नेप्च्यून)
उत्तर- (b) बृहस्पति और शनि
नोट- ग्रहों के सूर्य से दूरी के क्रम को देखने के लिए ऊपर दिए गए चित्र (list of planets) को देखें|

हमारे पिछले ब्लॉग Class 6 NCERT History Notes for UPSC Chapter 1 को पढ़ें-
Class 6 NCERT History Notes for UPSC Chapter 1 WHAT, WHERE, HOW AND WHEN? | क्या, कब, कहाँ और कैसे?

Leave a Comment