उत्तराखण्ड का सामान्य परिचय | General Introduction of Uttarakhand

उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान सीरीज – दो शब्द

इस ब्लॉग पोस्ट में हम उत्तराखण्ड की सामान्य जानकारी पर चर्चा करेंगे| यहाँ हमने कुछ मुख्य बिन्दुओं पर ही बात की है| आने वाले ब्लॉग्स में हम उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान से सम्बंधित सभी बिन्दुओं पर गहनता से चर्चा करेंगे| आशा करते हैं आपको उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान की सीरीज पसंद आएगी और आपके उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान को बढ़ाने में योगदान प्रदान करेगी| यदि आप उत्तराखण्ड की तैयारी बिल्कुल शुरुआत से कर रहे हैं तो आप इस सीरीज को फॉलो करें| साथ ही अपने विचार और सुझाव कमेंट्स के माध्यम से शेयर करना न भूलें|

Table of Contents

उत्तराखण्ड का सामान्य परिचय | General Introduction of Uttarakhand

  • हिमालय की गोद में बसे और प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर उत्तराखण्ड राज्य में घने वन, ग्लेशियर, नदियाँ, पहाड़, बर्फ से लदी ऊँची चोटियाँ, प्रमुख हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिर जैसे – पंच केदार, आदि बद्री, चारों धाम- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री आदि मौजूद हैं | शायद इन्हीं कारणों से प्राचीन काल से इस क्षेत्र को “देवभूमि” कहा जाता है|
  • अपनी भौगोलिक विविधता, अनूठी संस्कृति और क्षेत्र के विकास के कारण उत्तर प्रदेश राज्य से पृथक करके 9 नवम्बर 2000 को “उत्तरांचल” राज्य का गठन भारतीय गणतंत्र के सत्ताईसवें राज्य और हिमालयी राज्यों के क्रम में ग्यारहवें राज्य के रूप में गठित हुआ|
  • 31 दिसंबर 2006 तक राज्य का नाम उत्तरांचल रहा और 1 जनवरी 2007 को उत्तरांचल राज्य का नाम बदलकर उत्तराखण्ड कर दिया गया|
  • उत्तरांचल राज्य विधेयक लोकसभा में 01 अगस्त 2000 को पारित हुआ और राज्यसभा में उत्तरांचल राज्य विधेयक 10 अगस्त 2000 को पारित किया गया|
  • उत्तरांचल विधेयक पर 28 अगस्त 2000 को तत्कालीन राष्ट्रपति के० आर० नारायण द्वारा हस्ताक्षर (स्वीकृति) किये गए, जिसके बाद उत्तरांचल राज्य का गठन 9 नवम्बर, 2000 को हुआ|
  • उत्तराखण्ड राज्य का आकार आयताकार (rectangular) है|
  • देहरादून उत्तराखण्ड की अस्थाई राजधानी है और गैरसैंण (Gairsain) ग्रीष्मकालीन राजधानी है | 04 मार्च 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा गैरसैंण को उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया और 20 जून, 2020 को इसे स्वीकृत कर दिया गया|

उत्तराखण्ड का भूगोल – सामान्य परिचय | Geography of Uttarakhand

  • उत्तराखण्ड की अक्षांशीय स्थिति 2843’ से 3127’ (उत्तरी अक्षांश) है अर्थात् उत्तराखण्ड इन दोनों अक्षांशों के मध्य स्थित है तथा देशांतरीय स्थित 7734’ से 8102’ (पूर्वी देशांतर) है| अतः हमें मालूम पड़ता है कि उत्तराखण्ड का अक्षांशीय विस्तार 2­ 44’ और देशांतरीय विस्तार 3 28’ है|
उत्तराखण्ड का मानचित्र: लम्बाई, चौड़ाई, अक्षांश और देशांतर
उत्तराखण्ड का मानचित्र: लम्बाई, चौड़ाई, अक्षांश और देशांतर
  • उत्तराखण्ड का कुल क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किलोमीटर है, जोकि भारत के कुल क्षेत्रफल (32,87,263 वर्ग किमी०) का 1.63% है|
  • उत्तराखण्ड राज्य में कुल 13 जिले हैं जिनमें से 10 जिले पहाड़ी हैं और 3 जिले मैदानी भू-भाग वाले हैं| देहरादून, हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर मैदानी जिले हैं|
  • उत्तराखण्ड का 86.07% (46,035 वर्ग किमी०) क्षेत्र पर्वतीय है और 13.93% (7,748 वर्ग किमी०) क्षेत्र मैदानी भाग है| उत्तराखण्ड राज्य के पहाड़ी जिलों का कुल भू-भागीय प्रतिशत 85% है|
  • उत्तराखण्ड पूर्व से पश्चिम की ओर 358 किलोमीटर तक फैला हुआ है जबकि उत्तर से दक्षिण की ओर इसका विस्तार 320 किलोमीटर है (नीचे चित्र में देखें)|
  • भारत के सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तराखण्ड 20वें क्रम का राज्य है तथा सिर्फ राज्यों के क्षेत्रफल की दृष्टि से देखे तो उत्तराखण्ड 18वें स्थान पर आता है|
  • उत्तराखण्ड एक पहाड़ी राज्य है जो भारत के उत्तर-पश्चिम में स्थित है | उत्तराखण्ड राज्य उत्तर में चीन (तिब्बत) से और पूर्व में नेपाल से अन्तर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है|
  • उत्तराखण्ड के उत्तर-पश्चिम में हिमांचल राज्य और दक्षिण में उत्तर प्रदेश स्थित है|
  • उत्तराखण्ड राज्य सर्वाधिक सीमा उत्तर प्रदेश राज्य से साझा करता है|

कुमाऊँ मंडल और गढ़वाल मंडल (Kumaon Mandal and Garhwal Mandal)

  • प्रशासनिक दृष्टि से उत्तराखण्ड दो मंडलों में विभाजित है – कुमाऊँ मंडल (Kumaon Mandal) और गढ़वाल मंडल (Garhwal Mandal)|
  • उत्तराखण्ड राज्य के कुल क्षेत्रफल में से गढ़वाल मंडल (Garhwal Division) का क्षेत्रफल 60.67% है और कुमाऊँ मंडल (Kumaon Division) का क्षेत्रफल 39.33% है|
  • कुमाऊँ मंडल के अंतर्गत 6 जनपद और गढ़वाल मंडल के अंतर्गत 7 जनपद आते हैं|
  • कुमाऊँ मंडल और गढ़वाल मंडल के जिलों के नाम नीचे टेबल में दिए गए हैं –
कुमाऊँ मंडल (6 जनपद) गढ़वाल मंडल (7 जनपद)
पिथौरागढ़ देहरादून
चम्पावत उत्तरकाशी
अल्मोड़ा चमोली
बागेश्वर टिहरी गढ़वाल
नैनीताल पौड़ी गढ़वाल
ऊधम सिंह नगर हरिद्वार
रुद्रप्रयाग
Kumaon Division and Garhwal Division of Uttarakhand
Kumaon Division and Garhwal Division of Uttarakhand
  • कुमाऊँ मंडल का मुख्यालय नैनीताल में स्थित है (Divisional Headquarter of Kumaon Division) और गढ़वाल मंडल का मुख्यालय पौड़ी में स्थित है (Divisional Headquarter of Garhwal Division)|
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तराखण्ड का सबसे बड़ा जिला चमोली (largest district of Uttarakhand by area) है और क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तराखण्ड का सबसे छोटे जिला चम्पावत (smallest district of Uttarakhand by area) है|

उत्तराखण्ड की प्रशासनिक इकाई

  • उत्तराखण्ड में 110 तहसीलें, 18 उप-तहसीलें, 95 विकासखण्ड/ब्लॉक, कुल 16674 गाँव, 7950 ग्राम पंचायतें, 670 न्याय पंचायतें, 47 नगर पंचायतें,  39 नगर पालिका परिषद्, 6 नगर निगम, 9 छावनी परिषद् (कैंटोनमेंट बोर्ड), हैं| इन सबके बारे में गहनता से जानकारी आगे की ब्लॉग पोस्ट में लिखी जाएँगी|
क्रम सं० उत्तराखण्ड की प्रशासनिक इकाई संख्या
1 जिले 13
2 मंडल 2
3 विकासखण्ड 95
4 तहसील 110
5 उप-तहसील 18
6 गाँव 16,674
7 ग्राम पंचायत 7,950
8 न्याय पंचायत 670
9 नगर पंचायत 47
10 नगर पालिका परिषद् 39
11 नगर निगम 6
12 छावनी परिषद् 09
13 लोक सभा क्षेत्र 5
14 राज्य सभा क्षेत्र 3
  • उत्तराखण्ड राज्य में चूना पत्थर, रॉक फॉस्फेट, डोलोमाइट, मार्बल, मैग्नेसाईट, कॉपर, जिप्सम आदि खनिज पदार्थ (Uttarakhand Minerals Resources) प्राप्त होते हैं|
  • उत्तराखण्ड में एक बार अनुच्छेद 356 के तहत 46 दिन का राष्ट्रपति शासन 27 मार्च 2016 से लेकर 12 मई 2016 तक लागू हुआ है|
  • 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखण्ड की कुल जनसंख्या 10,116,752 है (population of Uttarakhand) , जिनमें से 5,13,7,773 पुरुष और 4,94,8,519 महिलाएं हैं|
  • उत्तराखण्ड का जनघनत्व 189 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (Population density of Uttarakhand) है|
  • 2011 की गणना के अनुसार उत्तराखण्ड की साक्षरता दर (Literacy Rate of Uttarakhand) 78.82% है|
  • उत्तराखण्ड का महिला और पुरुष लिंगानुपात 963 : 1000 (महिला : पुरुष) (Sex Ratio of Uttarakhand) है|
  • उत्तराखण्ड का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला हरिद्वार (Haridwar) है और सबसे कम जनसंख्या वाला जिला रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) है|
  • उत्तराखण्ड का उच्च न्यायालय (High Court of Uttarakhand) नैनीताल में स्थित है| उत्तराखण्ड के उच्च न्यायालय की स्थापना 9 नवम्बर 2000 को देश के 20वें उच्च न्यायलय के रूप में हुई थी |
  • उत्तराखण्ड में प्रतिवर्ष 200 सेमी० वर्षा होती है|
  • उत्तराखण्ड में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं| जिनमें से 13 सीटें अनुसूचित जाति और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं|
  • उत्तराखण्ड में 2 विधानसभा भवन हैं – पहला देहरादून में स्थित है और दूसरा गैरसैंण (चमोली) में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली विधान सभा परिसर नाम से स्थित है|
  • उत्तराखण्ड में 5 लोक सभा सीटें (Uttarakhand Lok Sabha Seats) हैं – पौड़ी, टिहरी, अल्मोड़ा, नैनीताल और हरिद्वार | इनमें से 1 सीट अल्मोड़ा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|
  • उत्तराखण्ड की लोक सभा सीटें और लोक सभा सदस्यों के नाम निम्नवत हैं-
क्रम सं० लोक सभा सीट लोक सभा सदस्य का नाम
1 पौड़ी गढ़वाल अनिल बलूनी
2 टिहरी गढ़वाल माला राज्य लक्ष्मी शाह
3 अल्मोड़ा अजय टम्टा
4 नैनीताल-ऊधम सिंह नगर अजय भट्ट
5 हरिद्वार त्रिवेन्द्र सिंह रावत
  • उत्तराखण्ड में 3 राज्य सभा सीटें (Uttarakhand Rajya Sabha Seats) हैं |
  • उत्तराखण्ड से राज्य सभा सदस्यों की सूची निम्नलिखित है –
क्रम सं० राज्य सभा सदस्य का नाम
1 नरेश बंसल
2 कल्पना सैनी
3 महेंद्र भट्ट

उत्तराखण्ड राज्य के प्रतीक चिन्ह (State Symbols of Uttarakhand) –

  • उत्तराखण्ड का राज्य चिन्ह – गोलाकार राजचिन्ह में तीन पर्वतों की श्रंखला में ऊपर सम्राट अशोक की लाट और नीचे गंगा की चार लहरों को दर्शाया गया है|
  • राजकीय पक्षी – उत्तराखण्ड का राजकीय पक्षी (State Bird of Uttarakhand) हिमालयी मोनाल है| हिमालयी मोनाल का वैज्ञानिक नाम लोफोफोरस इम्पेजेनस (Lophophorus Impejanus) है|
  • राजकीय पुष्प – उत्तराखण्ड का राजकीय पुष्प (State Flower of Uttarakhand) ब्रह्मकमल है| ब्रह्मकमल का वैज्ञानिक नाम सौसुरिया ओबवल्लाटा (Saussurea Obvallata) है|
  • राजकीय वृक्ष – उत्तराखण्ड का राजकीय वृक्ष (State Tree of Uttarakhand) बुरांश है| बुरांश का वैज्ञानिक नाम रोडोडेन्ड्रोन आर्बोरियम (Rhododendron Arboreum) है|
  • राजकीय पशु – उत्तराखण्ड का राजकीय पशु (State Animal of Uttarakhand) – कस्तूरी मृग (Moschus Chrysogaster) है| कस्तूरी मृग का वैज्ञानिक नाम मोस्कस क्राइसोगास्टर (Moschus Chrysogaster) है|
  • राजकीय वाद्य यंत्र – उत्तराखण्ड का राजकीय वाद्य यंत्र (State musical instrument of Uttarakhand) ढोल है| ढोल को उत्तराखण्ड का राजकीय वाद्य यन्त्र वर्ष 2015 में घोषित किया गया था|
  • राजकीय खेल – उत्तराखण्ड का राजकीय खेल (State Game of Uttarakhand) फुटबॉल है| फुटबॉल को उत्तराखण्ड का राजकीय खेल वर्ष 2011 में घोषित किया गया था|
  • राजकीय गीत – उत्तराखण्ड का राज्य गीत (State Song of Uttarakhand) “उत्तराखण्ड देवभूमि, मातृभूमि, शत शत वंदन अभिनंदन………” है| उत्तराखण्ड के राज्य गीत के रचयिता नैनीताल जनपद के निवासी हेमंत बिष्ट हैं | इसे उत्तराखण्ड का राज्य गीत वर्ष 2016 में घोषित किया गया था|
  • राजकीय मछली – उत्तराखण्ड की राजकीय मछली (State Fish of Uttarakhand) स्वर्ण महाशीर है| स्वर्ण महाशीर का वैज्ञानिक नाम टोर पुटिटोरा (Tor Putitora)  है|
  • राजकीय तितली – उत्तराखण्ड की राजकीय तितली (State Butterfly of Uttarakhand) वूली ब्रांडेड पीकॉक (Woolly Branded Peacock) है|  वूली ब्रांडेड पीकॉक का वैज्ञानिक नाम पापिलियो पॉलिक्टर (Papilio polyctor) है|
  • राजकीय भाषा – उत्तराखण्ड की प्रथम आधिकारिक भाषा हिंदी है तथा द्वितीय आधिकारिक भाषा संस्कृत है (Official language of Uttarakhand)| संस्कृत को द्वितीय आधिकारिक भाषा का दर्जा तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल “निशंक” द्वारा वर्ष 2010 में प्रदान किया गया था|

उत्तराखण्ड की अन्य जानकारी

  • उत्तराखण्ड की सबसे लम्बी नदी काली नदी/शारदा नदी है जिसकी कुल लम्बाई 252 किलोमीटर है|
  • उत्तराखण्ड की सबसे ऊँची पर्वत चोटी नंदा देवी (Nanda Devi) है, जिसकी ऊंचाई 7,871 मीटर है| नंदा देवी पर्वत चोटी चमोली जनपद में स्थित है|
  • उत्तराखण्ड का सबसे बड़ा बुग्याल बेदिनी बुग्याल (Bedni Bugyal) है जो चमोली जनपद में स्थित है|
  • उत्तराखण्ड को 1 अप्रैल 2001 को केंद्र सरकार द्वारा विशेष राज्य का दर्जा दिया गया| विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त करने वाले राज्यों के क्रम में उत्तराखण्ड 11वां राज्य है|
  • उत्तराखण्ड की प्रमुख नदियाँ – गंगा, यमुना, भागीरथी, भिलंगना,  अलकनंदा, रामगंगा, नयार, कोसी, सरयू, शारदा आदि हैं | इनके बारे में हम आने वाले ब्लॉग पोस्ट में गहनता से पढेंगे|
  • उत्तराखण्ड का कुल वन आवरण क्षेत्र 37799.60 वर्ग किलोमीटर है (forest cover of Uttarakhand) जोकि उत्तराखण्ड के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किमी० का 71% है|
  • हाल ही में उत्तराखण्ड सरकार ने जोशीमठ तहसील (Joshimath) का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ (Jyotirmath) और कुश्या कुटौली (Kosya Kutauli) तहसील का नाम बदलकर कैंची धाम (Kainchi Dham) कर दिया है|

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – Uttarakhand FAQs

यहाँ पर उत्तराखण्ड से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (Uttarakhand GK Question) की सूची है –

उत्तराखण्ड राज्य का गठन कब हुआ?

उत्तराखण्ड का गठन 9 नवम्बर, 2000 को उत्तर प्रदेश से पृथक होकर हुआ था|

उत्तरांचल का नाम बदलकर उत्तराखण्ड कब किया गया?

1 जनवरी, 2007 को उत्तराखण्ड का नाम बदलकर उत्तराखण्ड किया गया था|

उत्तराखण्ड के वर्तमान मुख्यमंत्री कौन हैं?

श्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) उत्तराखण्ड के वर्तमान मुख्यमंत्री (Uttarakhand Chief Minister) हैं|

उत्तराखण्ड की शीतकालीन राजधानी कहाँ स्थित है?

उत्तराखण्ड की शीतकालीन राजधानी देहरादून (Dehradun) में स्थित है| जबकि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (chamoli) में स्थित है|

उत्तराखण्ड राज्य में कुल कितने जिले हैं?

13 जिले|

उत्तराखण्ड का राज्य पुष्प (State flower of Uttarakhand) क्या है?

ब्रह्मकमल|

क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तराखण्ड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

चमोली|

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखण्ड की औसत साक्षरता दर कितने प्रतिशत है?

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखण्ड की औसत साक्षरता दर (Literacy Rate of Uttarakhand) 78.82% है|

निष्कर्ष

आज के ब्लॉग पोस्ट में हमने उत्तराखण्ड की सामान्य जानकारी के बारे में समझा है, आने वाले पोस्ट में हम उत्तराखण्ड का गहन अध्ययन करेंगे | हमने पूरी कोशिश की है की प्रदान की गयी जानकारी त्रुटिरहित हो लेकिन फिर भी कोई त्रुटि रहती है तो आप हमें कमेंट्स के माध्यम से या टेलीग्राम चैनल GK Sarkari (यहाँ क्लिक करें) से जुड़कर व्यक्तिगत रूप से बता सकते हैं|

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